कई सारे प्रयोगों के बाद बीसीसीआई के चयनकर्ताओं ने वेस्टइंडीज के खिलाफ एक बार फिर से सीनियर खिलाड़ियों को वापस बुला लिया है। टी-20 वर्ल्ड कप में अब दस महीने का समय बचा हुआ है, ऐसे में मैनेजमेंट अब अपने स्टार खिलाड़ियों पर भरोसा करना चाहता है। इसी कड़ी में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली टी-20 सीरीज के लिए शमी, भुवी और कुलदीप जैसे खिलाड़ियों को वापस बुलाया गया है।
मोहम्मद शमी:
टेस्ट में जबरदस्त प्रदर्शन करने के बाद अब छोटे फॉर्मेट में भी शमी से उम्मीदें लगाई जा रही हैं। यही कारण है कि तकरीबन दो साल के बाद उन्हें टी-20 में वापसी का मौका दिया गया है। चोट की वजह से बाहर चल रहे बुमराह की गैरमौजूदगी में शमी के पास छाप छोड़ने का शानदार मौका होगा और उनपर सभी की नजर रहेगी।
टेस्ट में जबरदस्त प्रदर्शन करने के बाद अब छोटे फॉर्मेट में भी शमी से उम्मीदें लगाई जा रही हैं। यही कारण है कि तकरीबन दो साल के बाद उन्हें टी-20 में वापसी का मौका दिया गया है। चोट की वजह से बाहर चल रहे बुमराह की गैरमौजूदगी में शमी के पास छाप छोड़ने का शानदार मौका होगा और उनपर सभी की नजर रहेगी।
कुलदीप यादव:
टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज और टी-20 में अपनी गेंदों से विपक्षी खिलाड़ियों को परेशान करने वाले कुलदीप दस महीने बाद टीम में वापसी कर रहे हैं। खराब फॉर्म की वजह से वे फरवरी के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे थे। 18 टी-20 मैचों में 12.97 की औसत से 35 विकेट चटकाने वाले इस स्पिन गेंदबाज के लिए भी खुद को साबित करने और अपनी जगह पक्की करने का मौका होगा।
टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज और टी-20 में अपनी गेंदों से विपक्षी खिलाड़ियों को परेशान करने वाले कुलदीप दस महीने बाद टीम में वापसी कर रहे हैं। खराब फॉर्म की वजह से वे फरवरी के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे थे। 18 टी-20 मैचों में 12.97 की औसत से 35 विकेट चटकाने वाले इस स्पिन गेंदबाज के लिए भी खुद को साबित करने और अपनी जगह पक्की करने का मौका होगा।
ऋषभ पंत:
धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखे जा रहे 22 वर्षीय ऋषभ पंत पर सभी की निगाहें होंगी। तेजी से भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने वाले युवा विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए पिछले कुछ महीने अच्छे नहीं गुजरे हैं। वे लगातार अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से निराश कर रहे हैं और आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। टेस्ट में रिद्धिमान साहा के हाथों अपनी जगह गंवा चुके पंत को छोटे फॉर्मेट में संजू सैमसन से चुनौती मिल रही है।
धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखे जा रहे 22 वर्षीय ऋषभ पंत पर सभी की निगाहें होंगी। तेजी से भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने वाले युवा विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए पिछले कुछ महीने अच्छे नहीं गुजरे हैं। वे लगातार अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से निराश कर रहे हैं और आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। टेस्ट में रिद्धिमान साहा के हाथों अपनी जगह गंवा चुके पंत को छोटे फॉर्मेट में संजू सैमसन से चुनौती मिल रही है।
संजू सैमसन:
केरल के 25 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को टीम में जगह बनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पंत के टीम में होने की वजह से वे प्लेइंग XI में जगह नहीं बना पा रहे हैं। हालांकि इस साल आईपीएल में शतक और फिर विजय हजारे में दोहरा शतक लगाकर उन्होंने चयनकर्ताओं को खुद की ताकत दिखा दी। सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले सैमसन को चोटिल धवन की जगह टीम में लिया गया है, ऐसे में उनके पास खुद को साबित करने का सुनहरा मौका होगा।
केरल के 25 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को टीम में जगह बनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पंत के टीम में होने की वजह से वे प्लेइंग XI में जगह नहीं बना पा रहे हैं। हालांकि इस साल आईपीएल में शतक और फिर विजय हजारे में दोहरा शतक लगाकर उन्होंने चयनकर्ताओं को खुद की ताकत दिखा दी। सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले सैमसन को चोटिल धवन की जगह टीम में लिया गया है, ऐसे में उनके पास खुद को साबित करने का सुनहरा मौका होगा।
यस अय्यर:
आईपीएल में दिल्ली के कप्तान और घरेलू टूर्नामेंटों में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले अय्यर ने टीम में दमदार वापसी की है। हाल की कुछ सीरीज में खासकर बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। यही कारण है कि उन्हें अब टीम में चौथे स्थान के पर खेलने के लिए देखा जा रहा है। हालांकि उन्हें अपनी जगह पक्की करने के लिए लगातार प्रदर्शन करते रहना होगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनका प्रदर्शन उनकी दावेदारी को और मजबूत करेगा।
आईपीएल में दिल्ली के कप्तान और घरेलू टूर्नामेंटों में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले अय्यर ने टीम में दमदार वापसी की है। हाल की कुछ सीरीज में खासकर बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। यही कारण है कि उन्हें अब टीम में चौथे स्थान के पर खेलने के लिए देखा जा रहा है। हालांकि उन्हें अपनी जगह पक्की करने के लिए लगातार प्रदर्शन करते रहना होगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनका प्रदर्शन उनकी दावेदारी को और मजबूत करेगा।