एक अप्रैल से शुरू होगी एनपीआर प्रक्रिया, सबसे पहले राष्ट्रपति कोविंद का होगा नामांकन
एक अप्रैल से राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अपडेट करने का कार्य शुरू होने वाला है। नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) क्षेत्र के पहले देशवासी के तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का नामांकन करेगा। इसी दिन उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सूची में शामिल किया जाएगा।
 

जहां राष्ट्रपति से एनपीआर की प्रक्रिया शुरू होने का नियम है वहीं रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त कार्यालय का इरादा इसे ग्रांड बनाने का है। इसी वजह से गणना के लिए उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आवास पर भी उसी दिन जाया जाएगा। तीनों के आवास एनडीएमसी के क्षेत्र में आते हैं। इसी वजह से भारत के रजिस्ट्रार जनरल के कार्यालय (ओआरजीआई) ने उनसे सुविधाजनक समय की मांग करने वाले पत्र भेजे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने कहा, 'ओआरजीआई को उम्मीद है कि उपलब्धता के अनुसार वह एनपीआर नामांकन के पहले दिन देश के तीन शीर्ष प्राधिकारियों को कवर कर लेगा। दिल्ली में राष्ट्रपति का नामांकन गृह मंत्री, रजिस्ट्रार जनरल, जनगणना आयुक्त और जनगणना कार्यों के निदेशक की मौजूदगी में होगा। यही टीम उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का भी नामांकन करेगी।'

राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ ही कैबिनेट मंत्रियों के एनपीआर नामांकन को उचित प्रचार के साथ किया जाएगा। जिससे की लोगों में एक सकारात्मक संदेश दिया जा सके। इस दौरान लोगों को संदेश देने के लिए जनगणना और एनपीआर के महत्व को भी रेखांकित किया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत से विपक्ष शासित राज्यों ने एनपीआर को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है।

क्या है राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर)


राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एक ऐसा सरकारी दस्तावेज है जिसमें दर्ज निवासियों की सूची से यह पता चलता है कि यह आदमी एक खास क्षेत्र में कम से कम पिछले छह महीने से रह रहा है या कम से कम अगले छह महीने और रहने की इच्छा रखता है। इसमें देश के नागरिकों के गांव, तहसील, जिला, देश स्तर तक की सूची होती है